महाराष्ट्र के सोलापुर जिले की महिला किसान मीनाक्षी गोसावी कभी महानगर पालिका में स्टाफ नर्स थीं। वहां उन्हें कांट्रैक्ट पर महज ₹20,000 प्रति माह मिलते थे। लेकिन अब वह अपने गांव वड़सिंग (तालुका माढ़ा) लौटकर पति के साथ अंगूर की खेती कर रही हैं और सालाना ₹30 से ₹35 लाख की कमाई कर रही हैं।
4 एकड़ में 2 किस्म के अंगूर, मुनाफा शानदार
मीनाक्षी के पास कुल 4 एकड़ ज़मीन है जिसमें 2 एकड़ में “माणिक चमन” और 2 एकड़ में “सुपर सोनाका (सीडलेस)” अंगूर की खेती की जा रही है। इस बार उन्होंने अनुमान लगाया कि प्रति एकड़ लगभग 15 टन उत्पादन मिलेगा। उनके अनुसार, इस साल मौसम अच्छा रहा और बाजार भाव भी बेहतर मिला। हाल ही में उन्होंने 2 एकड़ से 30 टन अंगूर राजस्थान भेजे जो ₹53 प्रति किलो बिके।
15 लाख की कमाई, 4 लाख का खर्च
2 एकड़ की अंगूर फसल से लगभग ₹15 लाख का मुनाफा होता है जबकि खर्च लगभग ₹4–5 लाख आता है। इसमें दवाओं, खाद, सिंचाई, मज़दूरी और देखरेख का पूरा खर्च शामिल होता है। इस साल उनका अंगूर बिहार भी जा रहा है जहां ₹50 प्रति किलो की दर से बिक्री होने की संभावना है।
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जिम्मेदारी का स्पष्ट बंटवारा, मिलकर चल रही खेती
मीनाक्षी और उनके पति अमर खेती को मिलकर संभालते हैं। मीनाक्षी फसल की देखरेख, दवाओं का छिड़काव और हार्वेस्टिंग की ज़िम्मेदारी लेती हैं, जबकि अमर मार्केटिंग और लेबर मैनेजमेंट संभालते हैं। पहले जब मीनाक्षी नर्सिंग करती थीं, तब अमर अकेले खेती संभालते थे और परिवार अलग-अलग रहता था। अब साथ काम करने से खेती में मुनाफा और तालमेल दोनों बेहतर हुआ है।

सरकारी नौकरी से कहीं बेहतर है स्मार्ट खेती
मीनाक्षी कहती हैं कि शहर में ₹20,000 की नौकरी से ज्यादा फायदा खेती में है। अब वह ना सिर्फ अपने परिवार के साथ हैं, बल्कि आर्थिक रूप से भी आत्मनिर्भर हो चुकी हैं। उनका कहना है कि “कृषि घाटे का सौदा नहीं, बस सही प्लानिंग, मेहनत और सहयोग की जरूरत होती है।”
अंगूर की खेती , एक लाभकारी विकल्प
महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में अंगूर की खेती बड़ी सफलता के साथ की जा रही है। मीनाक्षी का उदाहरण इस बात का सशक्त प्रमाण है कि स्मार्ट फार्मिंग, गुणवत्ता पर फोकस और सही मार्केटिंग रणनीति से किसान लाखों में कमा सकते हैं।
निष्कर्ष
मीनाक्षी गोसावी ने यह सिद्ध कर दिया है कि अगर नीयत और मेहनत हो तो खेती भी करोड़ों की कमाई का जरिया बन सकती है। उन्होंने यह साबित कर दिया कि अंगूर सिर्फ मीठे नहीं होते, वे किस्मत भी बदल सकते हैं।