भारत में बैंगन की कई सारी किस्मे है जैसे भरता बैंगन ,सफ़ेद बैंगन ,जापानी बैंगन ,इटालियन बैंगन होती है तो आज हम आपको यही बताने वाले है की बैंगन की खेती कैसे करे और इस खेती को करने के लिए हमें कौन कौन से अच्छे बीजो का चुनाव करना चाहिये साथ ही एक एकड़ में हमें कितन उत्पादन देखने को मिलेगा ये सभी के बारे में हम इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बताने वाले है
बैंगन की खेती का सही समय
बैंगन की खेती का सही समय की बात करे तो आप बैंगन की खेती गर्मी और बरसात ये दोनों ही समय में कर सकते है बैंगन की नर्सरी गर्मी के सीजन में तैयार करने का सबसे उपयुक्त समय फरवरी और मार्च का महिना है वही बारिश के सीजन में आप बैंगन की खेती जून ,जुलाई ,अगस्त और सितम्बर के महीने में भी लगा सकते है बैंगन की नर्सरी 10 से 15 दिनो में जर्मिनेट हो जाती है और 4 से 6 हफ्ते बाद में आप बैंगन के पौधो का खेत में ट्रांसप्लांट कर सकते है
ट्रांसप्लांट इस तरह से करना है आप बैंगन के पौधो की ट्रांसप्लांटिंग के लिए 5 से 6 फिट की एक चौड़ी कैरी बनाए कैरी की लम्बाई आप अपने हिसाब से रख सकते है जब आप कैरी में बैगन के पौधो का ट्रांसप्लांट करे तब आप रो से रो की दुरी आप दो फिट रखे और पौधे से पौधे की बीच की दुरी भी आप 2 फिट रखे एस तरह से आप कैरी में बैंगन की 3 रो आती है
बैंगन के पौधो का ट्रांसप्लांट आप उस खेत में जहा पर दिन में 6 से 8 घंटे सुर्य का प्रकाश सीधा आता हो और आपको बैंगन के पौधो का ट्रांसप्लांट शाम के समय मे करना है ट्रांसप्लांट करते समय बैंगन के पौधे की जड़ो को अच्छे से धोकर उसके बाद उसमे फंगिसाइड का घोल बनाकर उसमे बैंगन की जड़ो को डूबाने के बाद में आप उसका ट्रांसप्लांट आप खेतो में करे
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कीटो से बचाव के लिए :
शुरुआती समय में बैंगन की फसल में जो हमें फंगस जनित रोगों का अटैक देखने को मिलेगा वो पूरी तरह से नियंत्रित कर सकते है बैंगन के पोधो का ट्रांसप्लांट होने के बाद में हमें बैंगन की फसल में सबसे ज्यादा समस्या किट व रोगों की देखने को मिलती है बैंगन की फसल के ऐसी फसल है जिसमे सबसे ज्यादा किट व रोगों का अटैक ज्यादा देखने को मिलता है
अब बैंगन की फसल में हमें थिप्स एफिटस और भी कई सरे रश चुसक कीटो का अटैक देखने को मिलता है जैसे की वाइट् फलाये अब इस कीटो को नियंत्रित करने के लिए जैविक विधि में निम ऑइल 5 से 10 ml प्रति लीटर के हिसाब से हर 15 दिनों के अन्तराल में स्प्रे करते रहे इसके अलावा आप स्टिकी ट्रेप का भी उपयोग कर सकते है 5 से 10 मीटर के अन्तराल पर लगा सकते है |
रासायनिक उपाय :
रासायनिक उपाय में आप थयो मैक्सन 50 पर डलज 80 ग्राम 200 लीटर प्रति एकड़ के हिसाब से आप बैंगन की फसल में स्प्रे करदे रस चुसक कीटो के अलावा बैंगन की फसल को सबसे ज्यादा नुकशान तना छेदक और फल छेदक कीटो के अटैक से होता है तना छेदक किट हमारे बैंगन के तने की उपरी सतह पर अटैक करता है और फिर बैंगन का पौधा उससे मुड जाता है इसलिए आप तना छेदक किट को अवश्य नियंत्रित करे
इसके लिए आप निमोल 330 ppm प्रति लियर 200 लीटर पानी में मिलकर स्प्रे करे वह आप फल छेदक किट को जैविक तरीके से भी नियंत्रित कर सकते है फल छेदक कीट बैंगन के फल में अटैक करता है उसके बाद हमारा बैगन का जो फल है वह पूरी तरह से खराब कर देता है इसको नियंत्रित के लिए आप फेरोमेन ट्रेप का उपयोग कर सकते है या फिर आप घर पर ही फल छेदक किट को नियंत्रित करने के लिए एक ट्रिप बना सकते है
एक एकड़ में बैंगन की लागत :
एक एकड़ में हम बैंगन की फसल लगाते है तो उसमे आपकी कितनी लागत लगती है तो एक एकड़ में बीज की मात्रा लगती है 150 ग्राम व बैंगन के 10 ग्राम के पैकेट की कीमत 125 रुपय के आस पास रहती है इस तरह हमारा एक एकड़ बैंगन की खेती में बीज का खर्च आयेगा 1875 रूपय ,खेत की तैयारी का खर्च आयेगा 3500 रुपय ,देशी गोंबर की खाद का खर्च आयेगा 4500 ,रासायनिक खाद व उर्वरक का हमारा खर्च आयेगा 2800 रुपय , वाटर साल्युबल खाद का खर्च आयेगा 5000 रुपय इस तरह पूरा खर्च आयेगा 7,800 रुपय
बैंगन की फसल में कई सारे कीटो का अटैक देखने को मिलता है इन जैसे कीटो को बचाने के लिए फसल में स्प्रे करते है तो स्प्रे का खर्च आता है 6,500 रुपय आप जैविक तरीके से भी फसल की सुरक्षा कर सकते है
बैंगन के पौधो की ट्रांसप्लांटिंग के लिए हमें लेबर की जरूरत पड़ती है जिसका खर्च 2000 रुपय आता है आप पौधे से पौधे की दुरी 2 फिट और लाईन से लाईन की दुरी भी 2 फिट रखे
निराई गुड़ाई का खर्च आयेगा 3500 रुपय ,बैंगन की तुड़ाई के लिए भी लेबर की ज़रूरत पड़ती है उसका खर्च आता है 6000 रुपय ,खेत से मंडी तक का ट्रांसपोर्ट चार्ज आता है 4000 रुपय ये सभी को जोड़ कर एक एकड़ बैंगन की खेती की लागत आती है 39,675 रुपय
उत्पादन :
एक एकड़ में लगाई गई बैंगन की फसल से आप 100 कुविन्टल तक से लेकर 150 कुविन्टल तक उत्पादन बड़ी आसानी से ले सकते है अगर आप बैंगन की फसल से सही समय पर किट व रोगों को नियंत्रित करते है तो एक एकड़ में 150 किविन्तल तक उत्पादन निकल सकता है |
आमदनी :
एक एकड़ में बैंगन की फसल से आमदनी कितनी होती है तो मंडी भाव बैंगन का कितना है वह बदलता रहता है एक एवरेज मंडी भाव देखे तो 15 से 20 रुपय प्रति किलो देखने को मिल सकता है अब कुछ इस तरह देखे
उत्पादन – 100 कुविन्टल
एक कुविन्टल =100 KG ,15 रुपय प्रति KG
10,000 गुडा 15 = 1,50,000
एक एकड़ बैंगन की खेती से 1,50,000 तक की आमदनी देखने को मिल सकती है | तो इस तरह से आप बैंगन की खेती से अच्छी कमाई कर सकते है |
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